आज इंटरनेशनल वीमेंस डे है. आज का दिन महिलाओं के लिए बेहद खास है. आज के समय में महिलाएं हर क्षेत्र में सशक्त बन रही हैं. ऐसा कहा जा सकता है कि, अब वे पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन रही हैं. इसी क्रम में देश में महिला ड्राइवरों की संख्या में हर साल बढ़त देखने को मिल रही है. देश की महिलाएं कार ड्राइव करने के साथ ही गाड़ी खरीदने में भी आगे बढ़ रही हैं. पिछले पांच सालों में महिलाओं के कार खरीदने की संख्या में अच्छा खासा इजाफा हुआ है.
कार खरीदने वाली महिलाओं की बढ रही संख्या
दरअसल, इसे लेकर ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री से जुड़े एक्सपर्ट्स का कहना है कि, भारत के बढ़ते कार बाजार में कार खरीदने वालों की संख्या में महिलाओं का हिस्सा तेजी से बढ़ रहा है. ऑटो बिक्री आंकड़ों में पिछले पांच सालों में महिलाओं की संख्या कार खरीदने के मामले में बढ़ी है. कार चलाने और खरीदने के मामले में महिलाओं की संख्या में इजाफा देखने को मिला है. वहीं इन महिलाओं में 35 साल से कम उम्र की ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं. साथ ही महिलाएं लग्जरी कार खरीदने में भी पीछे नहीं हैं. महंगी और लग्जीरियस कार खरीदने वाली महिलाओं की संख्या में बढ़ोतरी देखी गई है.
क्या कुछ है संख्या बढने की वजह
अब आपके भी मन में यह सवाल होगा कि आखिर इसकी वजह क्या हो सकती है... दरअसल, महिलाओं के कार खरीदने की संख्या में हो रही बढ़त की कई वजह बताई जाती है. सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए किसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट या मोटर बाइक की तुलना में कार में सफर करना ज्यादा बेहतर समझती हैं. महिलाएं ज्यादातर ऑटो गियर शिफ्ट और क्लच लेस मॉडल पसंद करती हैं. वहीं ऑटोमोबाइल कंपनियां भी महिलाओं को ध्यान में रखते हुए कार के मॉडल्स और डिजाइन में कुछ-कुछ बदलाव करने लगी हैं. महिलाओं को इस क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए कई बैंक शानदार ऑफर भी देते हैं. साथ ही कुछ बैंक ने महिलाओं के लिए लोन की ब्याज दरों को भी कम किया हुआ है और इसमें ऑटो लोन भी शामिल हैं.