Munger :- एशिया के पहले जमालपुर रेल कारखाना का कायाकल्प होने वाला है. इसके लिए केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव खुद कई मंत्रियों के साथ यहां पहुंचे. स्पेशल सैलून से रेलमंत्री जमालपुर जंक्शन पहुंचे, जहां लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.
केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने अमृत भारत योजना से चल रहे जमालपुर स्टेशन के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. फिर वे जमालपुर रेल कारखाना पहुंचकर प्रसिद्ध 140 टन के क्रेन को भारतीय रेल को सौंपा. इसके अलावे विभिन्न शॉप का निरीक्षण करने के बाद वे 78.96 करोड़ की लागत से वैगन पी ओ एच क्षमता में वृद्धि हेतु परियोजना का शिलान्यास किया. जहां से वे ईरमी सभागार पहुंचे. यहां उन्होंने अपने अभिभाषण में कहा कि एशिया का पहला रेल कारखाना होने का गौरव जमालपुर रेल कारखाना को प्राप्त है. अब इस कारखाने का कायाकल्प होगा. रेल मंत्रालय ने पिछले दिनों एक विशेष टीम भेज कर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस सर्वे कराया था. सर्वे रिपोर्ट के आधार पर प्रथम फेज में 350 करोड़ रुपए की राशि से कारखाने का चौमुखी विकास होगा. वहीं उन्होंने इरमी में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए रेल के अधिकारियों के बच्चे ही नहीं बाकी जमालपुर के आसपास के बच्चे भी यहां पढ़ सकेंगे. 2026 से यहां नामांकन शुरू होगी.
साथ ही ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा कि भारत अब आत्मनिर्भर बन पाकिस्तान के एक से एक हथियार को नेस्तनाबूत कर दिया है. ये आत्मनिर्भर भारत की पहचान है. भारत अब हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है. रेल मंत्री के साथ भारत सरकार के मंत्री सह मुंगेर के सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, जमालपुर के स्थानीय विधायक अजय कुमार सिंह, तारापुर के विधायक राजीव कुमार सिंह, मुंगेर के भाजपा विधायक प्रणव कुमार,भाजपा पार्षद लालमोहन गुप्ता सहित रेलवे के बड़े अधिकारी मौजूद थे.