रविवार का दिन भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए बेहद खास रहा. रविवार को भारतीय टीम ने चीन पर जीत के साथ अपना दबदबा कायम रखते हुए महिला जूनियर एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया. भारतीय महिला हॉकी टीम ने रविवार को ओमान के मस्कट में महिला जूनियर एशिया कप के फाइनल में चीन को पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से मात दी. निर्धारित समय में मुकाबला 1-1 से बराबरी पर रहा, जिसके बाद शूटआउट में भारत ने चीन को हराया.
वहीं, फाइनल में चीन के लिए पहला गोल जिनझुआंग टैन (30) ने किया, इधर तीसरे क्वार्टर में कनिका सिवाच (41') ने भारत के लिए बराबरी का गोल दागा और मैच पेनल्टी शूटआउट में चला गया. भारत की गोलकीपर निधि ने पेनल्टी शूटआउट के दौरान तीन अहम बचाव किए और अपनी टीम को खिताब जीतने में मदद की. पेनल्टी शूटआउट में भारत के लिए साक्षी राणा, इशिका और सुनीता ने गोल किए.
इधर, गोलकीपर निधि ने लिहांग वांग, जिंगी ली और डंडन ज़ूओ के खिलाफ तीन शानदार बचाव किए और भारत की जीत सुनिश्चित की. जानकारी के मुताबिक, हॉकी इंडिया ने चैंपियनशिप जीतने के लिए सभी खिलाड़ियों के लिए ह खिलाड़ी को 2 लाख रुपये और प्रत्येक सहयोगी स्टाफ को 1 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की. इससे पहले भारत ने शनिवार को जापान पर 3-1 की जीत के साथ फाइनल में प्रवेश किया था. वहीं, चीन ने दूसरे सेमीफाइनल में पिछले चरण के उप विजेता दक्षिण कोरिया को हराया था.