झारखंड में विधानसभा का चुनाव काफी नजदीक है अब सत्ता पक्ष और विपक्ष विभिन्न मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाने की तैयारी में लग गई है स्पीक ही भाजपा के द्वारा मिला क्या स्लोगन के साथ एक कैंपेन की शुरुआत कर जनता से सवाल पूछ रही है कि हेमंत सोरेन के 5 साल के कार्यकाल में उन्हें मिला क्या ?
इस कैंपेन में सवाल पूछा जा रहा है कि 5 लाख रोजगार देने का वादा था मिला क्या रोजगार नहीं मिलने पर बेरोजगारी भत्ता 5 से 7000 देंगे मिला क्या इस पर जब हमने छात्रों से बात की की जो बाजार रोजगार का हेमंत सोरेन सरकार ने किया था वह कितना पूरा हुआ है ...
इस सवाल पर कई छात्रों ने बताया कि सरकार में सिर्फ वह वादा किया था देने की बात थोड़े की थी यहां तो हर दिन परीक्षा के कैलेंडर बदल जाते हैं कभी परीक्षा की तिथि निकली तो रद्द कर दिए जाते हैं छात्रों का भविष्य अंधकार में लटका हुआ है सिर्फ राजनीतिक रोटी सेकी गई ।
वही मिला क्या कैंपेन पर कहा कि मिला तो कुछ नहीं उल्टा फॉर्म भरने के नाम पर पैसे सरकार ने जरूर एट लिए झारखंड में युवा बेरोजगार है और सरकार चैन की निंद्रा में सोई है कभी सूअर और बकरी बेचने की बात कर पढ़े लिखे युवाओं का अपमान करती है अब चुनाव नजदीक है तो छात्र अपनी ताकत दिखाने का काम करेगा