Saharsa - शराबबंदी के बाद कोशी क्षेत्र में स्मैक जैसे प्रतिबंधित नशे का चलन और कारोबार बढ़ गया है...राज्य के युवा और किशोरवय लड़के तेजी से इसकी गिरफ्त में आ रहे है... अवैध नशे के तस्करों ने बड़े शहरों के बाद अब छोटे -छोटे शहरों और गांवों को अपना बाजार बना लिया है जो पुलिस के लिए एक चुनौती बनी हुई है। इसी क्रम में सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर से दो तस्करों की गिरफ्तारी हुई, जिनमें से एक पश्चिम बंगाल का है तो दूसरा यहीं सिमरी बख्तियारपुर के गांव का.
सिमरी बख्तियारपुर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर शहर के समस्तीपुर मुहल्ले में सड़क के किनारे खड़े दो युवकों को हिरासत में ले लिया.जब उसकी तलाशी ली गई तो उसके पास से 51.31 ग्राम स्मैक मिला.जिसका बाजार कीमत लगभग 5 लाख आंकी गई है।पुलिस ने उसकी जांच कराई और फिर दोनों को गिरफ्तार कर कार्रवाई शुरू कर दी.गिरफ्तार युवकों में एक पश्चिम बंगाल के मालदा का मो. शहीद आलम है, जबकि दूसरा यहीं भौंरा गांव का सुरजीत कुमार उर्फ सुमित है.
डीएसपी मुकेश कुमार ठाकुर ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से दो मोबाइल फोन भी बरामद हुआ है.जिसे खंगाला जा रहा है.उसके सहारे यहां फैले उसके नेटवर्क का पता किया जाएगा.डीएसपी ने यह भी बताया कि बंगाल का स्मैक तस्कर यहां छोटे -छोटे कारोबारियों को बेचता था.
सहरसा से नीरज की रिपोर्ट