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केके पाठक ने नहीं मानी सीएम नीतीश की बात तो गरमा गए आरसीपी सिंह, फिर तो पूरा सुना दिया

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बिहार के चर्चित आईएएस में शुमार केके पाठक पर शिक्षक तो गरम हैं ही लेकिन उन्हें लेकर सियासत भी खूब हो रही है. इस बीच केके पाठक ने सीएम नीतीश कुमार की बात क्या नहीं मानी, इसे लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह तो पूरा गुस्सा गए हैं. इसके साथ ही केके पाठक को जमकर खूब खरी-खोटी सुना दी है.

आपसीपी सिंह ने किया ट्वीट

दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सदन में दिए गए आदेश के बाद भी पत्र जारी नहीं किया गया कि स्कूलों की टाइमिंग 10 से 4 बजे तक ही रहेगी. जिसको लेकर विपक्ष ही नहीं बल्कि सत्ता पक्ष के नेता भी केके पाठक की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. इसी क्रम में अब पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने केके पाठक को साफ संदेश दिया है. सीधा-सीधा कह दिया है कि, शिक्षक किसी सामान्य दफ्तर के कर्मचारी नहीं हैं. बता दें कि, आरसीपी सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया. जिसमें उन्होंने लिखा कि, "बिहार में अभी विद्यालयों के समय को लेकर अनावश्यक विवाद खड़ा किया जा रहा है. माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा बिहार विधानसभा में स्पष्टता से कहा गया है कि विद्यालयों का समय सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक होगा. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के द्वारा अभी तक मुख्यमंत्री जी के आदेश का अनुपालन नहीं किया गया है और यह कहीं से भी उचित एवं सही नहीं है और यह माननीय मुख्यमंत्री जी के आदेश का स्पष्ट उल्लंघन है."

केके पाठक को जमकर सुनाया

आरसीपी सिंह इतने पर ही नहीं रुके बल्कि उन्होंने आगे यह भी लिखा कि, "विद्यालय के शिक्षक किसी सामान्य दफ़्तर के कर्मचारी नहीं हैं. उनका दायित्व विद्यार्थियों को ज्ञान अर्जन कराना है. शिक्षक ज्ञानदाता हैं. उनका मनोबल हरेक प्रकार से बढ़ाने की आवश्यकता है जिससे कि वो पूरे मनोयोग से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें." आपको बता दें कि, एसीएस केके पाठक के ही निर्देश पर बिहार के सभी सरकारी विद्यालयों में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक स्कूल संचालन का आदेश दिया गया था. विपक्ष के नेताओं ने इस पर सदन में सवाल उठाया था तो वहीं, नीतीश कुमार ने कहा था कि वह बात करेंगे. हालांकि, बीते शुक्रवार को कटिहार में केके पाठक ने शिक्षकों से अपील करते हुए कहा कि स्कूलों का समय 10 बजे से शाम चार बजे तक ही रहेगा लेकिन शिक्षक कुछ देर पहले आ जाएं और चार बजे के कुछ देर बाद चले जाएं. बच्चों के बेहतर भविष्य को लेकर केके पाठक ने यह अपील की है.

सीएम नीतीश के करीबी थे पूर्व केंद्रीय मंत्री

लेकिन, अब तक स्कूल की टाइमिंग को लेकर शिक्षा विभाग की ओर से लेटर जारी नहीं होने के कारण बवाल भी थमने का नाम नहीं ले रहा है. इधर, बात कर लें पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की तो वह नीतीश कुमार के बेहद करीबी नेताओं में शुमार थे. आसीपी सिंह एक नौकरशाह रह चके हैं और जब नीतीश कुमार केंद्र सरकार में मंत्री थे तब वह उनके अधीन काम कर चुके हैं. लेकिन, फिर दोनों के बीच खटास बढ गई. दोनों के बीच इतनी दूरियां आ गई कि अगर एक जगह दोनों मिल भी जाए तो सीएम उन्हें नजरअंदाज कर देते. नतीजन, आरसीपी सिंह ने जेडीयू पार्टी से अलगाव कर लिया और बीजेपी का दामन थाम लिया. लेकिन, आज की बात करें तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर से एनडीए में शामिल हो गए हैं. वहीं, अब तक जो आरसीपी सिंह, सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर दिखते थे, वही आज केके पाठक पर आक्रोशित दिखे जिन्होंने सीएम नीतीश की बात नहीं मानी. वहीं, अब जब नीतीश कुमार फिर से बीजेपी के साथ हो गए हैं और पूर्व केंद्रीय मंत्री का इस तरह का ट्वीट आ गया है तो ऐसे में नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह के रिश्ते को लेकर कई तरह के कयास भी लगने शुरु हो गए हैं.

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