जमुई: बड़ी खबर जमुई से है जहां जदयू नेता सह पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष के भाई की गला रेत कर अपराधियों ने हत्या करने की कोशिश की। घटना में गंभीर रूप से जख्मी हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया वहीं पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। घटना जमुई के बरहट थाना क्षेत्र के डाढ़ा गांव के समीप की है जहां अपराधियों ने जदयू नेता सह पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष ब्रह्मदेव रावत के भाई विनोद रावत पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। कुछ देर बाद जब राहगीरों की नजर पड़ी तो लोगों ने शोर मचाया और उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
परिजनों ने आशंका जताई है कि यह हमला जमीन विवाद के कारण किया गया है। बताया गया कि विनोद रावत का अपने ससुराल पक्ष से खैरा थाना क्षेत्र के धर्मपुर गांव में पिछले करीब दो वर्षों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवादित जमीन की दो दिन बाद रजिस्ट्री होनी थी। रजिस्ट्री के सिलसिले में ही विनोद रावत अपने घर सुदामापुर आए हुए थे। परिजनों का मानना है कि रजिस्ट्री से पहले उन्हें रास्ते से हटाने की नीयत से यह हमला किया गया हो सकता है।
घटना की सूचना मिलते ही बरहट थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है और हमलावरों की पहचान में जुट गई है। फिलहाल घायल की स्थिति गंभीर होने के कारण उनका बयान दर्ज नहीं हो सका है। पुलिस को उम्मीद है कि होश में आने के बाद विनोद रावत के बयान से मामले में अहम सुराग मिल सकते हैं।
निजी क्लीनिक के चिकित्सकों के अनुसार, विनोद रावत के गर्दन पर गहरा जख्म है। अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। घटना के बाद से पूरे परिवार में दहशत और आक्रोश का माहौल है। गौरतलब है कि बीते 15 दिनों के भीतर जमुई जिले में आधा दर्जन से अधिक आपराधिक घटनाएं सामने आ चुकी हैं। सिमुलतला के टेलवा बाजार में फर्जी पुलिसकर्मी बनकर शिक्षक के घर लाखों की ठगी, मनीयड्डा में दिनदहाड़े दो जगह गोलीबारी, सिकंदरा के फतेहपुर में तलवारबाजी और अब बरहट में इस सनसनीखेज हमले ने जिले की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आम लोगों में भय का माहौल है और पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं।
बरहट थानाध्यक्ष कुमार संजीव ने बताया कि अज्ञात अपराधियों द्वारा तेजधार हथियार से गर्दन पर हमला किए जाने की सूचना मिली है। घायल का इलाज शहर के निजी क्लीनिक में चल रहा है। घटना के समय वह अकेले थे, इसलिए पुलिस उनके होश में आने का इंतजार कर रही है। बयान दर्ज होने के बाद मामले की गहराई से जांच कर आरोपियों की पहचान की जाएगी। प्रारंभिक जांच में ससुराल पक्ष से जमीन विवाद का मामला सामने आ रहा है, जिसकी भी जांच की जा रही है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तह तक जाने में जुटी है, वहीं इस घटना ने एक बार फिर जिले की सुरक्षा व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर दिया है।