मामला जे एम एम द्वारा महाराष्ट्र का फोटो को झारखंड का बताकर पोस्ट करने के संदर्भ में।
जे एम एम के अध्यक्ष श्री शिबू सोरन जी और कार्यकारी अध्यक्ष माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरन खुद हैं,
भाजपा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सुधीर श्रीवास्तव के नेतृत्व मे एक प्रतिनिधिमंडल अरगोड़ा थाना पहुंचकर जे एम एम के अध्यक्ष/कार्यकारी अध्यक्ष/सोशल मीडिया प्रभारी/आई टी सेल के प्रभारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने हेतु आवेदन दिया।
सुधीर श्रीवास्तव ने बताया की 23 अगस्त को भाजपा युवा मोर्चा की रैली मोराबादी मैदान मे थी और उसी दिन यानी 23 अगस्त 2024 को दिन के दो बजकर पैंतीस मिनट पर जे एम एम के अधिकारिक ट्विट्टर (एक्स) से एक पुलिस कर्मी के पीठ पर जूता का निशान का फोटो पोस्ट किया और लिख दिया की भाजपा के लोगों ने उक्त पुलिस को पीटा है , जब वह पोस्ट पर हल्ला मचा की यह झारखंड पुलिस का पुलिस ही नहीं है और घटना भी झारखंड मे नहीं घटा है तब जे एम एम ने उस पोस्ट को हटा दिया तब तक हजारों लोगो ने उसको देखा वायरल किया और भाजपा झारखंड के मान सम्मान को ठेस पहुँचा। जब फोटो की पड़ताल की गयी तो पता चला की यह फोटो महाराष्ट्र का 24 जुलाई 2018 का है जब मराठा आंदोलन के दौरान नांदेड एक्स्प्रेस वे पर आंदोलनकारी और पुलिस मे भिडंत हुई थी।
यह फोटो जे एम एम द्वारा जान बूझकर पुलिस को उकसाने के लिए पोस्ट किया और हुआ भी वही कुछ पुलिस उस फोटो के कारण और कुछ सरकार के आदेश पर भाजपा कार्यकर्ता को खूब पिटाई की और दर्जनों भाजपा के कार्य कर्ता अस्पताल मे इलाज हेतु भर्ती हुए थे।
किसी राजनीतिक पार्टी का अधिकारीक वेब साइट सीधे सीधे प्रदेश अध्यक्ष और कार्य कारी अध्यक्ष के कमान मे रहती है और अध्यक्ष और कार्य कारी अध्यक्ष के आदेश पर सोशल मीडिया प्रभारी और आई टी सेल प्रभारी पोस्ट को अपलोड करते हैं।
इससे आहत होकर एस सी मोर्चा के प्रदेश मीडिया सह प्रभारी संतोष कुमार राम ने आज एक आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज की मांग की है।