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'नायक अवतार' में तेजस्वी यादव.....रात के 1 बजे पहुंचे अस्पताल तो अधिकारियों के फूले हाथ-पांव!

तेजस्वी यादव इन दिनों डबल शिफ्ट में काम कर रहे हैं. दिन की राजनीतिक गतीविधि के बाद सर्द अंधेरी रातों में तेजस्वी यादव नायक वाले अंदाज में दौड़ा कर रहे हैं. अपने विभाग और स्वास्थ्य महकमे का हाल जानने के लिए तेजस्वी यादव देर रात सरकारी अस्पतला पहुंच गए. लेकिन अस्पताल की व्यवस्था से इस कदर नाराज दिखे कि देर रात ही अधिकारियों को अस्पताल तलब कर जमकर क्लास लगा दी...वो भी ऑन द स्पॉट.

करीब 1 बजे रात में तेजस्वी यादव गुपचुप तरीके से हाजीपुर सदर अस्पताल में दाखिल हुए और घुम घुम कर तेजस्वी यादव ने अस्पताल के हाल और इंतजाम का जायजा लिया. 

तेजस्वी के सीक्रेट ऑपरेशन के दौरान स्वास्थ्य इंतजाम सरकारी अस्पताल के इस हालत की कलई खुलती दिखी. अस्पताल से डॉक्टर नदारद मिले, दवा काउंटर बंद मिला, अस्पताल में तैनात गार्ड सोते मिले. हाजीपुर के सदर अस्पताल पहुंचे तेजस्वी यादव को सबसे पहले गार्ड सोता मिल गया. उन्होंने अस्पताल अधीक्षक से सिक्योरिटी गार्ड को ब्लैकलिस्टेड कर हटाने का आदेश दिया है. तेजस्वी ने सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड, डायलेसिंस सेंटर, पीकू वार्ड, महिला पुरुष सर्जिकल वार्ड, ओटी, एक्सरे रूम, समेत कई वार्डो निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि पटना में मरीजों का लोड ज्यादा ही है उसे रोकने के लिए काम किया जा रहा है.

रात के 1 बजे तेजस्वी पहुंचे अस्पताल

करीब 2 घंटे तक तेजस्वी यादव हाजीपुर सदर अस्पताल का कोना-कोना छानते दिखे. और अस्पताल प्रबंधन को इसकी भनक तक नहीं लगी. मरीजों और डॉक्टरों से पूछताछ के बाद तेजस्वी यादव ने एक एक इंतजाम की पड़ताल की. गड़बड़ियां मिली तो अधिकारियों और कर्मचारियों को मौके पर ही क्लास लगा दी. अस्पताल में सफाई के इंतजाम नहीं होने से लेकर बंद दवा काउंटर देख तेजस्वी यादव बेहद नाराज दिखें. 

गंदगी देख लगाई स्टाफ की क्लास

तेजस्वी यादव ने पाया कि अस्पताल में दवा काउंटर बंद है और डायलिसिस सेंटर में कचरे का अंबार लगा हुआ है. वहीं, अस्पताल में नाइट ड्यूटी पर इमरजेंसी वार्ड में एक ही डाक्टर मिला. हाजीपुर सदर अस्पताल में 40 से 50 डॉक्टरों की तैनाती रहती है. लेकिन जब तेजस्वी यहां जांच करने के लिए पहुंचे तो पूरे अस्पताल में मात्र तीन डॉक्टर ही मिले.

अधिकारियों के फूले हाथ-पांव!

तेजस्वी यादव के सरप्राइज वीजिट से सन्नाटे वाली रात में भी हड़कंप देखने को मिला. तो तेजस्वी के गुस्से को देख सर्द रात में भी अधिकारियों के पसीने छुटते दिख रहे थे. गड़बड़ियों को देख स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को देर रात ही तलब किया तो अस्पताल प्रबंधक भागे-भागे पहुंचे और तेजस्वी यादव के सामने हाथ जोड़ते दिखे. गड़बड़ियों को लेकर तेजस्वी यादव ने अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के आदेश दिए. 

तेजस्वी के सरप्राइज वीजिट से सन्नाटे वाली रात में भी हड़कंप

अस्पताल की इस लचर हालत को देखकर तेजस्वी यादव ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई है. उन्होंने सोनपुर के रेफरल अस्पताल में भी जांच की जहां डॉक्टर नहीं मिले. गुस्से में तेजस्वी ने डॉक्टर को फोन किया तो उसने कहा कि बीमार होने के कारण अस्पताल न आने की बात कही। इस पर तेजस्वी ने कहा कि यहां आपका पूरा अस्पताल ही बीमार है.

तेजस्वी यादव का 'नायक अवतार'

डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के हाथ में स्वास्थ्य विभाग की भी कमान है. तेजस्वी यादव ने बताया कि स्वास्थ्य महकमे में अगर उन्हें कमियां मिलती हैं तो वो तुरंत उन्हें दुरुस्त करने की कोशिश करते हैं. 

इसको लेकर तेजस्वी यादव ने एक्स पर वीडियो भी शेयर किया है. तेजस्वीने एक्स पर लिखा है कि 'कल देर रात सोनपुर अनुमंडलीय अस्पताल, सारण तथा सदर अस्पताल, हाजीपुर का औचक निरीक्षण कर रात्रि में चिकित्सीय सेवाओं, सुविधाओं, दवाओं, उपकरणों, चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की उपलब्धता की जानकारी प्राप्त की तथा सुधारात्मक कार्रवाई के दिशा-निर्देश दिए'.

तेजस्वी ने गुस्से में लिया यह एक्शन

वहीं, इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जो हम पॉलिसी बनाते हैं, पैसा खर्च करते हैं क्या उसका सही से उपयोग किया जा रहा है या नहीं, लोगों को उसका फायदा हो रहा है या नहीं? ये बहुत महत्वपूर्ण है. जमीनी सच्चाई तब तक नहीं पता चलेगी जब तक आप खुद जाकर उसे ना देखें. कई चीजों में सुधार हुआ है, लेकिन जिनमें कमियां हैं उन कमियों को ढूंढ कर उन्हें पूरा करने की जरूरत है. 

पुराने अंदाज में दिखे स्वास्थ्य मंत्री

उन्होंने आगे कहा कि यह हम लोगों की ड्यूटी है कि जनता की सेवा के लिए हम लोग जो काम करते हैं उसका सही इस्तेमाल किया जा रहा है कि नहीं उसपर भी नजर रखें. कई चीजें सुधरी हैं ऐसा नहीं है कि सुधरी नहीं है. लेकिन जिन चीजों में कमियां है उन कमियों को ढूंढ कर हम लोगों को पूरा करने की जरूरत है.

तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि पटना में जो लोड है पेशेंट का वह कम रहे और सदर अस्पताल ऐसा बने ताकि जो पटना में इलाज हो वह यहां भी संभव हो पाए. डॉक्टर, इक्विपमेंट, इंफ्रास्ट्रक्चर सब सुविधा सदर अस्पतालों में भी हम दे रहे हैं. लेकिन जब तक ईमानदारी से काम नहीं होगा कुछ नहीं हो सकता है. ईमानदारी से काम ना करें तो कहीं ना कहीं कमी नजर आती है और इसी कमी को ढूंढने हम लोग आए हैं.

बता दें कि 2022 में महाठबंधन की सरकार बनते ही तेजस्वी यादव राजधानी पटना के पीएमसीएच सहित कई अस्पतालों का निरीक्षण करने देर रात पहुंच गए थे. इस दौरान उन्होंने लापरवाही देखते हुए कई कर्मियों पर कार्रवाई भी की थी, जिसकी चर्चा पूरे प्रदेश में खूब हो रही थी.

डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के सरप्राइज वीजिट ने सोते हुए सिस्टम को रंगे हाथों पकड़ लिया और खुद तेजस्वी यादव को अपने सोते हुए हेल्थ सिस्टम को जगाना पड़ा. अस्पताल में दर्जनों डॉक्टरों के बावजूद तेजस्वी यादव को पूरे अस्पताल में महज 3 डॉक्टर मिले. हालत देख तेजस्वी को भी स्वीकार करना पड़ा कि स्वास्थ्य महकमे में भी कई कमियां बाकी हैं जिसे दुरुस्त करने की जरूरत है. मतलब साफ है कि स्वास्थ्य महकमे को निंद से जगाने और पटरी पर लाने के लिए तेजस्वी यादव को अभी और कई रातों को इसी तरह सरप्राइज वीजिट पर निकलना पड़ेगा. और फिर स्वास्थ्य सिस्टम को पटरी पर लाना पड़ेगा. 

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